
आपको पता है, बालों की तरह ही भौंहों को भी नियमित देखभाल और साफ़-सफाई की ज़रूरत होती है? ब्रो एक्सफोलिएशन इसीलिए होता है। यह कोई बेकार की चीज़ नहीं है! आइब्रो एक्सफोलिएशन के बारे में ज़्यादा जानें, इसके क्या फायदे हैं और इसे आज़माना क्यों ज़रूरी है।
ब्रो एक्सफोलिएशन क्या है?
आइब्रो एक्सफोलिएशन एक ब्यूटी ट्रीटमेंट है जो हम मृत कोशिकाओं को हटाने और भौंह वाले क्षेत्र को साफ़ रखने के लिए करते हैं। यह रक्त संचार को भी तेज़ करता है, जिससे भौंहों के विकास में बढ़ोतरी होती है, और इनग्रोन हेयर की संभावना कम होती है। यह टिंटिंग और दूसरे ब्रो स्टाइलिंग उपचारों से पहले के लिए एक अच्छा प्राइमिंग चरण है, और आइब्रो लेमिनेशन के लिए एक बेहतरीन अतिरिक्त चरण है।
आपको भौंहों को क्यों एक्सफोलिएट करना चाहिए?
ब्रो एक्सफोलिएशन बेकार और महत्वहीन लग सकता है, लेकिन कई ब्रो केयर और स्टाइलीकरण उपचारों के लिए यह बहुत उपयोगी साबित होता है। ब्रो टिंटिंग से पहले शुष्क एपिडर्मिस को साफ़ करके हटाना ज़रूरी होता है - क्योंकि स्क्रब से एक समान कवरेज सुनिश्चित होता है। साथ ही, प्रभावों को बढ़ाने के लिए यह ब्रो लेमिनेशन से पहले के लिए बेहतरीन होता है।
भौंहों के विकास को बढ़ाना ब्रो एक्सफोलिएटर का एक और बड़ा काम है। अगर आपकी भौंहें धीरे-धीरे बढ़ती हैं या बिल्कुल नहीं बढ़ती हैं, तो आप किसी स्क्रब के साथ इस प्रक्रिया को तेज़ कर सकती हैं जो बालों के रोमछिद्रों को सक्रिय करता है और भौंह के बालों के तेज़ी से पुनर्विकास को ट्रिगर करता है। ऐसे एक्सफोलिएटर का नियमित इस्तेमाल सफलता के लिए ज़रूरी है। आपके ब्रो केयर उत्पाद - उदाहरण के लिए ब्रो सीरम - त्वचा में ज़्यादा आसानी से समाएंगे। इसके अलावा, इसकी मदद से आप इनग्रोन हेयर को भूल सकती हैं और आसान ब्रो मेकअप का मज़ा ले सकती हैं - क्योंकि फिर उत्पाद भौंहों पर एक समान रूप से लगते हैं। चिकने, अच्छी तरह साफ़ किये गए चेहरे पर मेकअप हमेशा अच्छा लगता है।
ब्रो स्क्रब में शामिल की जाने वाली सामग्रियां
एक प्रभावशाली ब्रो स्क्रब में खुरदुरी सामग्रियों के साथ-साथ बालों को पोषण देने वाली, मुलायम और चिकना बनाने वाली सामग्रियां शामिल होती हैं। ब्रो एक्सफोलिएटर में पायी जाने वाली सबसे लोकप्रिय सामग्रियों में हैं:
● तेल - अपरिष्कृत, कोल्ड-प्रेस्ड तेल और मक्खन, उदाहरण के लिए शिया बटर, आर्गन ऑइल, कैस्टर ऑइल या सनफ्लावर ऑइल, जो ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड, फ्लेवोनोइड्स, प्लांट स्टेरोल्स और कई विटामिन से भरपूर होते हैं। वे मुक्त कण से होने वाली क्षति को रोकने, भौंह के बालों को मजबूत बनाने, त्वचा में लचीलापन लाने और भौंहों को क्षति से बचाने का काम करते हैं। कैस्टर ऑइल में विकास को बढ़ाने वाला और भी ज़्यादा प्रभाव होता है।
● वैक्स - आम तौर पर, मधु मोम या कारनौबा (मधु मोम का वीगन विकल्प) - जो त्वचा को चिकना, मुलायम बनाता है और त्वचा में पानी के अणुओं को बनाये रखता है।
● साइट्रिक एसिड या अन्य AHA एसिड - मृत त्वचा कोशिकाओं और हाइपरपिग्मेंटेशन को हटाते हैं।
● सी बकथॉर्न का अर्क - एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, त्वचा में लचीलापन लाता है और इसे कोमल बनाता है, इसकी मरम्मत करता है और गहराई से पोषण देता है। इसमें विटामिन A, E, और खनिज प्रचुर मात्रा में होते हैं: पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैलियम, आयरन, कॉपर, जिंक, क्रोमियम, सेलेनियम।
● समुद्र का पानी - नमी और खनिज प्रदान करता है।
● ग्लिसरीन - नमी बनाए रखने और सूखेपन को रोकने के लिए एक सुरक्षात्मक कोटिंग बनाता है।
● बांस के कण - ये त्वचा को एक्सफोलिएट करते हैं, रोमछिद्रों को साफ़ करते हैं, मृत कोशिकाओं और गंदगी को हटाते हैं।
● एलोवेरा का अर्क - इसमें सूजनरोधी और जीवाणुरोधी प्रभाव होता है, यह त्वचा की मरम्मत करता है और इसे नमी देता है, तेज़ी से कोशिका के नवीनीकरण को बढ़ाता है और जलन को शांत करता है।
भौंहों को कैसे एक्सफोलिएट करें?
यह बहुत आसान है। आपको इसे वैसे ही इस्तेमाल करना होता है, जैसे आप चेहरे और शरीर पर स्क्रब लगाती हैं। गीली त्वचा पर अच्छी मात्रा में स्क्रब लें और गोल-गोल घुमाते हुए अच्छे से मालिश करें। सबसे पहले मेकअप हटाना न भूलें - भौंहो वाला क्षेत्र साफ़ होना चाहिए। कुछ स्क्रब से झाग भी निकलता है। सबसे आख़िर में, आप पानी का प्रयोग करके इसे धो सकती हैं या गीले कॉटन पैड से पोंछकर हटा सकती हैं।
कौन सा ब्रो एक्सफोलिएटर चुनें?
सबसे अच्छा ब्रो स्क्रब कैसे चुनें? कई लड़कियों को लगता है कि फेस स्क्रब से उनका काम चल जायेगा। लेकिन, आपकी भौंहों के लिए यह ज़्यादा कठोर हो सकता है और इसमें ज़्यादा कड़े कण शामिल होते हैं। ब्रो एक्सफोलिएटर सौम्य होना चाहिए और इसमें छोटे-छोटे कण होने चाहिए ताकि कोमल बालों को कोई नुकसान न पहुंचे। साथ ही, इस बात का ध्यान रखें कि यह प्राकृतिक वनस्पतियों और आरामदायक सामग्रियों में समृद्ध हो। ड्रगस्टोर उत्पादों को अधिकतम प्रभाव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। इनमें एक्सफोलिएटिंग कण और भौंहों के लिए पोषक तत्व शामिल हैं।
DIY ब्रो एक्सफोलिएटर - रेसिपी
आप किसी दुकान से ब्रो स्क्रब ले सकती हैं या ख़ुद बना सकती हैं। यह आसान और तेज़ है। प्रेरणा के लिए आगे पढ़ें।
आइब्रो एक्सफोलिएशन - प्रभाव
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यह रक्त संचार को तेज़ करता है ताकि भौंहें ज़्यादा तेज़ी से बढ़ें।
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यह त्वचा को साफ़ करता है और इसे प्रदूषकों और विषाक्त पदार्थों से मुक्त करता है।
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इसकी वजह से सभी आइब्रो उत्पाद ज़्यादा बेहतर प्रभाव देते हैं।
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यह पोषक तत्वों को त्वचा और भौंहों के बालों में ज़्यादा आसानी से प्रवेश करने की अनुमति देता है।
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यह बालों के रोमछिद्रों को मजबूत बनाता है, जिससे भौंहें सही स्थिति में रहती हैं।
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यह त्वचा और भौंहों को रेशम की तरह कोमल बनाता है।
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यह टिंटिंग के प्रभावों को बढ़ाता है।
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यह विभिन्न उपचारों के लिए भौंहों को तैयार करता है।
क्या आप स्थायी मेकअप से पहले और बाद में भौंहों को एक्सफोलिएट कर सकती हैं?
परमानेंट ब्रो मेकअप से पहले आइब्रो एक्सफोलिएशन नहीं करना चाहिए। आपको उपचार से सात दिन पहले यह नहीं करना चाहिए। क्यों? एक्सफोलिएशन के बाद त्वचा की गहरी परतों में एलर्जी होने का खतरा ज़्यादा होता है।
परमानेंट मेकअप एक टैटू है जो एक तरह से त्वचा की गहरी परतों को प्रभावित करके उसे नुकसान पहुंचाता है। इसका मतलब संक्रमण और एलर्जी का ज़्यादा खतरा होता है। इसलिए हमें स्थायी आइब्रो पाने के बाद दो सप्ताह तक ब्रो एक्सफोलिएंट का उपयोग नहीं करना चाहिए। हमें तब तक इंतजार करना चाहिए, जब तक भौंह वाला क्षेत्र पूरी तरह से ठीक न हो जाए।